छापों में अलमारी भरकर नोट

राजधानी में गुरुवार को सात और शुक्रवार को तीन और प्रभावशाली लोगों पर पड़े छापों के नतीजों को लेकर रायपुर से दिल्ली तक के अायकर अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। लेकिन कई बातें उच्चस्तर से छनकर आने लगी हैं, भले ही इनकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। चर्चा है कि रायपुर के एक ठिकाने से आयकर अफसरों को एक अलमारी भरकर नोट मिले हैं। यहीं के एक ठिकाने से लगभग 130 कीमती हीरों से जड़े जेवरात भी भारी मात्रा में मिलने की सूचना है। इनकी जांच के लिए आयकर टीम ने कैरेटोमीटर मंगवाया है। भिलाई में पड़े छापों में एक ठिकाने से करोड़ों रुपए के विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज मिल गए हैं। यही नहीं, रायपुर के एक परिसर से गुरुवार को देर रात एक डायरी भी मिल गई है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि राजनैतिक खर्च के सबूतों के साथ इसमें कई नाम हैं। इसी आधार पर शुक्रवार को सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को आयकर विभाग ने घेर लिया है।  


पूरी कार्रवाई दिल्ली से ऑपरेट हो रही


प्रदेश में खलबली मचा देने वाले छापों का नेतृत्व सीबीडीटी-दिल्ली के अफसर हरीश कुमार कर रहे हैं, जबकि बोर्ड के चेयरमेन डीसी मोदी ने नियंत्रण लिया हुआ है। कुमार 29 फरवरी यानी शनिवार को रिटायर होने जा रहे हैं। चूंकि सारी कार्रवाई सीधे दिल्ली से आपरेटर हो रही है, इसलिए कोई और अफसर इस बारे में कुछ नहीं बता रहा है। एक आला अधिकारी ने कहा कि छापों के फाइंडिंग इसलिए नहीं बता रहे हैं ताकि किसी बात से मामला संवेदनशील न हो जाए। केंद्रीय फोर्स को इसलिए तैनात किया गया है, ताकि हालात बिगड़ें  तो छापेमार दस्तों को मजबूत सुरक्षा दी जा सके। 


मूणत और उपासने का वार
आयकर छापों के खिलाफ कैबिनेट के राजभवन कूच पर भाजपा ने बड़ा हमला किया है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने फेसबुक पोस्ट कर सीएम से प्रश्न किया कि क्या सीबीआई को बैन करने के बाद अब प्रदेश में आयकर विभाग को भी बैन किया जाएगा। प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र पर लगाये गये बदले की कार्रवाई के आरोप पर कड़ी आपत्ति की है। उन्होंने कहा कि कभी भी भाजपा सरकार कांग्रेस की तरह प्रतिरोध की कार्रवाई नहीं करती।


रायपुर के परिसरों से ही मिले हैं ज्यादा सबूत
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की टीम ने गुरुवार को पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, मेयर एजाज ढेबर, भाई अनवर ढेबर, आबकारी ओएसडी एपी त्रिपाठी, आईएएस अनिल टुटेजा और उनकी पत्नी मीनाक्षी टुटेजा, शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया, गुरूचरण होरा और डॉ. ए फरिश्ता के साथ तीन सीए के कुल 32 ठिकानों पर तथा शुक्रवार को सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया और पप्पू बंसल पर छापे मारे हैं। राजधानी ही नहीं, भिलाई व बिलासपुर में करीब तीन दर्जन ठिकानों पर जांच में अब तक काफी सबूत मिलने की चर्चा है। पता चला है कि सभी प्रमुख लोगों के यहां से कैश और ज्वेलरी ही भारी मात्रा में मिली है। लेन-देन व कारोबार से संबंधित कच्चे कागजात के साथ अाने वाले दिनों में इस मामले को संवेदनशील करने वाली एक डायरी भी इसी जब्ती में शामिल है। यही नहीं, एक अफसर के बच्चों के दुबई में स्टडी और परिजनों के विदेशों में बसे होने की जानकारी मिली है। देर रात कुछ परिसरों से आयकर टीमें लौटने की तैयारी में भी नजर आई। कार्रवाई में शामिल अफसरों को अलग-अलग राज्यों से बुलाया गया। सबको अलग-अलग रुकने के लिए कहा गया है। सीजी-एमपी में इंदौर के ही अफसरों को कार्रवाई की टीम में लिया गया। 


डिनर के लिए होटल पहुंचे अफसर, बाम्बे मार्केट के सामने से पुलिस ने कारें उठाईं, दिल्ली से मैसेज के बाद जुर्माना कर छोड़ा


छापों के बाद अायकर विभाग और राज्य की एजेंसियों में टकराव के हालात किस तरह बन गए हैं, इसका उदाहरण गुरुवार रात करीब 1 बजे बाॅम्बे मार्केट में नजर अाया, जब पुलिस ने अायकर अफसरों को डिनर के लिए होटल लेकर पहुंची 19 कारों को नो-पार्किंग में उठा लिया। सभी कारें रायपुर और अासपास के लोगों की हैं, जिन्हें अायकर विभाग ने किराए से लिया है। जब्ती के बाद 17 कारों को उनके ड्राइवर चलाते हुए पुलिस लाइन ले गए, जबकि 2 कारों को क्रेन से उठाकर ले जाया गया। रातभर गाड़ियां रखने के बाद सुबह 11 बजे कारें नो-पार्किंग के जुर्माने से साथ छोड़ दी गईं।